पीना तो बनता है
नयी सहर हो गयी, पीना तो बनता है
खुदा का नाम लिया, पीना तो बनता है
सहर — सुबह
नाश्ते की डकार के बाद, पीना तो बनता है
खाने के पहले बोतल से, पीना तो बनता है
खाने के साथ एक गिलास से, पीना तो बनता है
खाना हज़म करने के लिए, पीना तो बनता है
दोस्तों के साथ, पीना तो बनता है
बेचारे यार के ग़म में साथ, पीना तो बनता है
यार के जाने के ग़म में, पीना तो बनता है
बेटे को अच्छी नौकरी लग गयी, पीना तो बनता है
बेटी की मांगनी हो गयी, पीना तो बनता है
डाक्टर बोला – जीना है तो पीना सीखो, पानी, पानी, पानी !
इस बात पर यारों, पीना तो बनता है ।
आप क्या समझे कि मैं शराब की बात कर रहा हूँ?
— राम बजाज