कबीर दास जी से प्रेरित कुछ दोहे — ५

ये दोहे श्री अनूप जलोटा के गाये हुए  "कबीर  दोहे" की धुन पर सजते हैं

रोते रोते आये थे, इस संसार में राम ।
हँसते, हँसते भेजना, इस दुनिया से राम ॥

नाम माँग कर जो करे, दान होवे बदनाम ।
सच्चा दानी वो मानुष, करे दान बेनाम ॥

रामायण, गीता पढ़े, भजे हरी का नाम ।
गर उसका अहं बढ़े, बेशक व्यर्थ है नाम ॥

— राम बजाज

Image Credits:
https://www.tentaran.com/happy-kabir-das-jayanti-wishes-status-images/

वाव / बावड़ी /Step-well

मनुष्यों के अस्तित्व के लिए पानी आवश्यक है । इसलिए, जैसे-जैसे मानव जाति खानाबदोश “शिकार-संग्रह” जीवन शैली से “कृषिवाद” तक आगे बढ़ी, उन्होंने एक स्थान

Read More »
गद्य (Prose)

अडालज की वाव

हमारा पहला पड़ाव था “अडालज की वाव” ।  वाव या बावड़ी या, अंग्रेज़ी में, Stepwell, का इतिहास बहुत पुराना है ।  पानी को संचय करनेवाली

Read More »