We make a living by what we get, but we make a life by what we give.

— Winston Churchill

जीवन के सबक (४)

जो हम पाते हैं उससे हमारी जीविका चलती है; पर हमारा जीवन जीवन कहलाने लायक बनता है उससे, जो हम देते हैं।

— विंस्टन चर्चिल

Image Credit: Yousuf Karsh, colorisation : Madelgarius, CC BY-SA 4.0

पद्य (Poetry)

Dear Rain

My love, my heart whispers to you,In your gentle drops, my soul renews.You bring a smile, a soft delight,Farmers’ hearts rejoice, with hope so bright.

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गद्य (Prose)

मेरी अज्जी और मैं (९/२१)

शुरुआत में जाइए मेरी अज्जी और मैं (१/२१) स्त्री परिवार की धुरी होती है; परिवार समाज की बुनियादी इकाई होता है; समाज मिलकर राष्ट्र को

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गद्य (Prose)

मेरी अज्जी और मैं (८/२१)

शुरुआत में जाइए मेरी अज्जी और मैं (१/२१) इसके शीघ्र बाद ही, शायद घर में नन्हे-नन्हे बच्चे होने के कारण, उनका तबादला सुम्बावांगा हो गया

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