Self-improvement (1)

The perfecting of one’s self is the fundamental base
of all progress and all moral development.

— Confucius

आत्मसुधार (१)

सभी प्रगति और सभी नैतिक विकास का मूल आधार है
स्वयं को सुधारना ।

— कन्फ़्यूशियस

Image Credit : Erika Wittlieb, CC0, via Wikimedia Commons

लफ़्ज़ों में क्या रखा है

कहा कुछ तुमने ?– सुना नहीं, दुआ थी या बद्दुआ,  पता नही । हाँ और ना से,  हक़ीक़त बदलते देखी बातों  का अब  मुझे, आसरा नहीं ।

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यादों के साये (Nostalgia)

मुट्ठी में दुअन्नी

बचपन में हम एक छोटी सी औद्योगिक बसाहट में रहते थे – तीन बँगले, ८-१० क्वार्टर, मजदूरों की बस्ती, एक डिस्पेंसरी और बैरकनुमा ऑफिसों के

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