ये दोहे श्री अनूप जलोटा के गाये हुए "कबीर दोहे" की धुन पर सजते हैं
रोते रोते आये थे, इस संसार में राम ।
हँसते, हँसते भेजना, इस दुनिया से राम ॥
नाम माँग कर जो करे, दान होवे बदनाम ।
सच्चा दानी वो मानुष, करे दान बेनाम ॥
रामायण, गीता पढ़े, भजे हरी का नाम ।
गर उसका अहं बढ़े, बेशक व्यर्थ है नाम ॥
— राम बजाज
Image Credits: https://www.tentaran.com/happy-kabir-das-jayanti-wishes-status-images/