ये ज़रूरी तो नहीं

हम आपके आशिक हैं, दीवाने हैं
आप हमको भी चाहें, ये ज़रूरी तो नहीं

साक़ी पर हम मरते हैं, साक़िया देख कर जी भरते हैं
साक़ी की नज़र भी हम पर पड़े, ये ज़रूरी तो नहीं

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साक़ी , साक़िया — शराब पिलनेवाला

आप दुनिया में मशहूर हैं, आमफहम हैं
दुनिया हमारी परवाह भी करे, ये ज़रूरी तो नहीं

आप खुदा के बन्दे हैं, इनायत करते हैं
हम भी रोज़ इबादत करें,ये ज़रूरी तो नहीं

आप का अयाल कामयाब और खुशमिज़ाज़ है
हमारी दुनिया भी खूबसूरत हो, ये ज़रूरी तो नहीं

आपके दोस्त ख़ुशनवाज़ है,आप पर जान देते हैं
हमारे दोस्त भी हमें पुकारें, ये ज़रूरी तो नहीं

आप जशने जोश करते हैं, शमा जलाते है
हम भी किसी महफ़िल में मशगूल हों, ये ज़रूरी तो नहीं

अल्लाह आप का साखी है, फ़ैयाज़ है,
खुदा हम पर बे मेहरबां हो, ये ज़रूरी तो नहीं

हम तो आप को अपना हबीब माने, रफ़ीक माने,
आप हमको अज़ीज़ समझें,ये ज़रूरी तो नहीं

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