ये तो हक़ है हमको
आप न आओ तो, आप की मर्ज़ी है
हमें आपके इंतजार का तो हक है
हमें आप तरसाओ, आप की मर्ज़ी है
हमें फरियाद करने का तो हक है
आप हमें तड़पाओ, आप की मर्ज़ी है
हमें आसूं बहाने का तो हक है
आप प्यार का इज़हार न करो, आप की मर्ज़ी है
हमें ख़याली गले लगाने का तो हक है
— राम बजाज