मन का पागलपन

मन के पागलपन को देखो चंचल है यह नादां ऐसे मंदिर में पूजा में बैठा, बुनता है यह सपने कैसे महल बने इक सुंदर मेरा, धन दौलत इतनी मिल जाए मेरी जीवन-बगिया महके, हर पल फूलों से खिल जाए शोहरत इज़्ज़त, मान का धन भी, मिले मुझीको ज़्यादा सबसे छोटी सी यह आस लिए मैं, […]

आनंद का ठिकाना

आनंदमयी आत्मा खुशी ढूँढती है, चलने को तत्पर जहाँ तक भी जानाआँखो ने देखी जो माया की नगरी, मन ने तड़प के कहा यह है पाना,बुद्धि कहे आनंद धन-दौलत, ना पाए तू जब तक मिलेगी ना मंज़िल,बड़ा सा महल ना बनाए तू जब तक, खुशी का मिलेगा ना तुझको ठिकाना महल भी हो ऐसा बड़ा […]

“जी” नहीं कहते

दोस्त दोस्तों को “जी” नहीं कहतेगाली भी दें तो, खफा नहीं रहतेजिनके होने से खुशी हो दुगनीमुश्किल पड़े तो वो, हमसे जुदा नहीं रहते दोस्ती मिले तो नेमत ख़ुदा कीउसके धरती पर होने की, अदा भीशामें जो दोस्तों की महफ़िल में गुज़रींहंसी के वहां, क्या झरने नहीं बहतेमुश्किल पड़े तो वो, हमसे जुदा नहीं रहते […]

इन्सान की दौड़

इन्सान की दौड़ प्रकृति, देख रही है इन्सान को,उसकी दौड़ती भागती जिंदगी को उसे है गंतव्य तक पहुंचने की दौड़ट्रैफिक से बचने की होड़मन में दबाव, तनाव और बेचैनीजरा ठहर कर,रुक कर देखने की फुर्सत भी नहीं हैइन्सान को ये क्या हो गया है? सूर्य की लालिमा तो आज भी हैपक्षियों ने तो अपने कलरव […]

धूप

धूप नन्ही मुन्नी भोली सी बच्ची की तरहभोर की धूपअपनी सतरंगी फराक सबको दिखाने के लिएफुदकती हुईआसमान से उतर आती है… ऊँची छत पर पल दो पल सुस्ताकरचंचलता से नाचती हुई,गलियों में पहुँच जाती है… फिर दिन भर जलती दोपहरी मेंहाट बाट, चौराहों पर भटककर,सनसनाती लू के साथ तरह तरह के खेल खेलकरतीसरे पहर पाती […]

चंद्रयान

चंद्रयान भारत की क्षमता है न्यारी,सबसे बढ़ कर सबसे प्यारीदक्षिण ध्रुव पर चंद्रयान की,चंदा मामा बना सवारी दिया जला भारत के घर-घर,तेईस अगस्त को आई दिवालीगर्व से देश के हर वासी कीहो गई छप्पन इंच की छाती ये देश है वीर जवानों का,जज़्बा है अजब मस्तानों कामुट्ठी में हैं भरे करिश्मे,चंदा के दीवानो के नामुमकिन […]

ये शायरी क्या है

मैंने ग़ालिब से पूछा, “ग़ालिब ये शायरी किस बला का नाम है?”“ए नामुराद, क्यों मुझे यार के सपनों से जगाता है”मैं भी ज़िद्दी ठहरा—“ग़ालिब मुझ पर रहम कर, दिल की पुरानी ख़्वाहिश है”ग़ालिब जागे और अर्सों में पहली बार मुस्कराए और बोले—“शायरी बतलाने की चीज़ नहीं है, ये तो रूह से महसूस करने की ख़ता […]

मुहब्बत

मुहब्बत के लम्हे, बूंदों में लिपटेबरसे जब हम पे, तो रिश्ता हुआ थादीदार पहली दफा जब हुआ औरअंदाज़े पाकीज़ा तुमको छुआ था चाहा है इस दिल ने, उस दिन से तुम कोरूहे मिलन है, ये शायद पुरानारातों की स्याही है, तुमसे ही उजलीजगमग तुम्हीं से है, मेरा ज़माना दुःख भी है सुख, गर मेरे संग […]

सपने

आज सुबह बिस्तर से चादर हटाई तो देखा……………बिस्तर पर रात के सपनों के शव बिखरे थेऔर मेरे सूखे आंसुओं के दाग लगे थे……………जिगर के दर्द को गहरा कर, दिल के टुकड़े-टुकड़े कर रहे थे……………मेरे सुकून को हर कर, मुझे बेचैन कर रहे थेआज सुबह जब बिस्तर से चादर हटाई तो देखा……………बिस्तर पर रात के सपनों […]

फूल की मुस्कराहट

बाग़ का फूल, अपना पराग दे कर मुरझा जाता है पूजा का फूल अपना आशीर्वाद देकर मुरझा जाता है गुलदस्ते का फूल आनंद देकर कुछ दिनों में मुरझा जाता कागज़ का फूल अपना रंग दिखा कर फिर मैला हो जाता है लेकिन—अपने पहले प्यार का दिया फूलजो किताब के पन्नो में संजोया हैन मैला होता […]