ये तो हक़ है हमको

ये तो हक़ है हमको

आप न आओ तो, आप की मर्ज़ी है
हमें आपके इंतजार का तो हक है

हमें आप तरसाओ, आप की मर्ज़ी है
हमें फरियाद करने का तो हक है

आप हमें तड़पाओ, आप की मर्ज़ी है
हमें आसूं बहाने का तो हक है

आप प्यार का इज़हार न करो, आप की मर्ज़ी है
हमें ख़याली गले लगाने का तो हक है

— राम बजाज

वाव / बावड़ी /Step-well

मनुष्यों के अस्तित्व के लिए पानी आवश्यक है । इसलिए, जैसे-जैसे मानव जाति खानाबदोश “शिकार-संग्रह” जीवन शैली से “कृषिवाद” तक आगे बढ़ी, उन्होंने एक स्थान

Read More »
गद्य (Prose)

अडालज की वाव

हमारा पहला पड़ाव था “अडालज की वाव” ।  वाव या बावड़ी या, अंग्रेज़ी में, Stepwell, का इतिहास बहुत पुराना है ।  पानी को संचय करनेवाली

Read More »