Authentic Self (1)
प्रामाणिक स्व(१) सबसे बड़ा धर्म है, अपने स्वभाव के प्रति सच्चा होना। — स्वामी विवेकानंद Authentic Self (1) The greatest…
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प्रामाणिक स्व(१) सबसे बड़ा धर्म है, अपने स्वभाव के प्रति सच्चा होना। — स्वामी विवेकानंद Authentic Self (1) The greatest…
चरित्र शक्ति (२) सबसे बड़ा पाप है, ख़ुद को कमजोर समझना । — स्वामी विवेकानंद Strength of Character (2) The…
चरित्र शक्ति (१) ताकत की उच्चतम अभिव्यक्ति खुद को शांत और अपने पैरों पर रखना है । — स्वामी विवेकानंद…
हिन्दी में पढ़िये Each soul is potentially divine. The goal is to manifest this divinity within by controlling nature, external…
Read in English प्रत्येक आत्मा संभावित रूप से दिव्य है। लक्ष्य है, बाहरी और आंतरिक प्रकृति को नियंत्रित करके इस…