साया

साया मेरा साया तो हमेशा मेरे आग़ोश में हैपर वह बस, तेरी ही रोशनी में नज़र आता है तेरी रोशनी में मैं तो क्यामेरा साया भी नज़र आता है न हो तू तो कहीं, कुछ भी नहीं दिखता है,तेरे आलोक से ही, मैं और मेरा साया नज़र आता है मेरे साये पर ना जा, साया […]

टूटे-फूटे ख़याल

सपने और यादें तेरी यादें कभी मेरे जहन से जाती ही नहींतेरे सपने मेरी आँखों से कभी टलते ही नहींमैं तो उलझ जाता हूँ ये यादें हैं, सपने हैं नहीं ख़ुशबू तेरी ख़ुशबू से महकता रुमाल मैं अपनी जेब में महसूस करता हूँजब याद आए तो खोल कर तेरी महक का अहसास करता हूँकोई पास […]

कुछ शेर

अर्सा (लंबा समय) हो गया , “बदले” का इंतज़ार करकेथके बदले ने भी अब, बदलने की ठान ली है गर्ज़ (जरूरत) है आपकी मुहब्बत काअर्ज़ (निवेदन) है आपकी इनायत का शिकायत है आपसे, मुहब्बत के इजहार (अभिव्यक्ति) काशुक्र है आपका, जनाज़े से पहले बताने का आपकी बातों से दिल गुनगुना हो जाता हैआपकी यादों से […]

ये शायरी क्या है

मैंने ग़ालिब से पूछा, “ग़ालिब ये शायरी किस बला का नाम है?”“ए नामुराद, क्यों मुझे यार के सपनों से जगाता है”मैं भी ज़िद्दी ठहरा—“ग़ालिब मुझ पर रहम कर, दिल की पुरानी ख़्वाहिश है”ग़ालिब जागे और अर्सों में पहली बार मुस्कराए और बोले—“शायरी बतलाने की चीज़ नहीं है, ये तो रूह से महसूस करने की ख़ता […]

ख़्वाब तो ख़्वाब है

ख़्वाब तो ख़्वाब है ख़्वाब तो ख़ाली ही रहते हैंख़्वाब कभी भरते नहींमेरी क़िस्मत को तो देखोमुझे ख़्वाब भी आते नहीं कल रात बड़ी मुद्दतों के बाद एक सुंदर, सलोना सपना देखासपना सुंदर था, सलोना भी था, पर बड़ा ही ख़ौफ़नाक थासपने में मुझे जिस्म, दिल और दिमाग़ की सारी ख़ुशियाँ मिलीपर इन ख़ुशियों की […]

सपने

आज सुबह बिस्तर से चादर हटाई तो देखा……………बिस्तर पर रात के सपनों के शव बिखरे थेऔर मेरे सूखे आंसुओं के दाग लगे थे……………जिगर के दर्द को गहरा कर, दिल के टुकड़े-टुकड़े कर रहे थे……………मेरे सुकून को हर कर, मुझे बेचैन कर रहे थेआज सुबह जब बिस्तर से चादर हटाई तो देखा……………बिस्तर पर रात के सपनों […]

ख़ामोशी

इस ख़ामोशी को ग़लत न समझोइस ख़ामोशी से दुआएं लोइस ख़ामोश दिल का है प्यार ऐसाइस का मतलब यह न समझो इस ख़ामोशी में क़ूवत नहीं है . .. क़ूवत — शक्ति, ताकत, strength ….सुकून — शांति, Peace ख़ामोशी की गहराइयों को तो नापोख़ामोशी के सबब को नापोख़ामोशी के आनंद को नापोख़ामोशी के सुकून को […]

सिर्फ़ उन्हें आता है

सिर्फ़ उन्हें आता है उनसे अपने दिल का लगाना, हमे आता हैपर दिल्लगी करना, सिर्फ उन्हें आता है दिल्लगी — उपहास साकी से नज़र मिलाना, हमें आता हैऐसी खूबसूरत हरकत पे ऐतराज़ करना, सिर्फ उन्हे आता है ऐतराज़ — आपत्ति आशिकों की किताब में कभी, हमारा भी उम्दा नाम थापर जहाँ में हमें बदनाम करना, […]

तनहाई और ख़ामोशी

तनहाई और ख़ामोशी तनहाई में ख़ामोशी ही साथ देती है, ख़ामोशी मे तनहाई समा जाती है रूह और दिल तो ख़ामोश रहते हैं, पर नींद और ख़्वाब तनाज़ा करते हैं . . तनाज़ा — संघर्ष ख़ामोश दिल का है प्यार ऐसा, गहराइयों के इज़हार जैसी ख़ामोशी सिर्फ़ लब पर ऐसी, रूह की पाक नज़र जैसी  ख़ामोशी […]

ये ज़रूरी तो नहीं

हम आपके आशिक हैं, दीवाने हैंआप हमको भी चाहें, ये ज़रूरी तो नहीं साक़ी पर हम मरते हैं, साक़िया देख कर जी भरते हैंसाक़ी की नज़र भी हम पर पड़े, ये ज़रूरी तो नहीं . साक़ी , साक़िया — शराब पिलनेवाला आप दुनिया में मशहूर हैं, आमफहम हैंदुनिया हमारी परवाह भी करे, ये ज़रूरी तो […]