त्याग
एक वृद्धाश्रम में हर शनिवार को एक पंडित जी कथा करते थे और, ज्ञान, ध्यान और सतो-गुण बढ़ाने की शिक्षा देते थे । सभा के बाद कुछ लोग छोटे झुंडों में बैठ कर चाय-पानी और नाश्ता करते और गप्पें-शप्पे मारते थे । ऐसे ही एक झुंड में एक दिन पंडित जी के शिक्षित “त्याग” करने […]
भाषा – वाषा का अनोखापन
हिन्दी, और कुछ और भारतीय भाषाओं के वार्तालाप में, तुकांत शब्दों का एक अनोखा उपयोग किया जाता है । यह उपयोग वार्तालाप मे मुख्य शब्द की पहचान के साथ वार्तालाप में एक लय भी लाता है । ऐसे ही कुछ तुकांतों के कुछ उदाहरण नीचे दिये गए हैं । आनंद लें । अगर आपकी जानकारी […]
एक हास्यास्पद विडंबना

एक हास्यास्पद विडंबना यह कैसी विडंबना है कि हमारे कुछ समुदायों (communities) में महिलायें भगवान का नाम भी नहीं ले सकती हैं? उन बिचारियों के लिए देवताओं या भगवान का नाम लेना भी बड़ा अपराध माना जाता है और गलती से भी नाम लेने पर डांट-फटकार का पात्र बनना पड़ता है। कभी-कभी तो लोगों के […]
फोन कहाँ गया?

फोन कहाँ गया? पिछले हफ्ते रविवार को मैं, अपनी पत्नी के साथ, मॉल गया । वहाँ पर ३-४ घंटे ख़रीदारी के बाद बढ़िया डिनर खाया और थके मांदे जब हम बाहर निकले तो काफ़ी देर तक पार्किंग लॉट में गाड़ी नहीं मिली । खैर, तीन-चार चक्कर लगाने के बाद आख़िर गाड़ी ही मिल गई । […]
Reservation in Heaven
Reservation in Heaven हिन्दी में पढ़िये There lived a couple in a big city. The husband was very cheerful but the wife was a shrew. She used to curse and abuse him on small things. The husband tried to calm his wife, but she did not listen to anything and their quarrel did not stop. […]
जन्नत का रिज़र्वेशन
जन्नत का रिज़र्वेशन Read in English एक बड़े शहर में एक मियाँ-बीवी रहते थे । मियाँ जी बड़े ख़ुशमिज़ाज थे लेकिन बीवी खूसट और बहुत झगड़ालू थी । छोटी-छोटी बातों पर वह बेमतलब् मियाँ जी को कोसती और भला-बुरा कहती थी । मियाँ जी अपनी बीवी को शांत करने की कोशिश करते, लेकिन वो कोई […]
साया

मेरा साया तो हमेशा मेरे आग़ोश में हैपर वह बस, तेरी ही रोशनी में नज़र आता है तेरी रोशनी में मैं तो क्यामेरा साया भी नज़र आता है न हो तू तो कहीं, कुछ भी नहीं दिखता है,तेरे आलोक से ही, मैं और मेरा साया नज़र आता है मेरे साये पर ना जा, साया तो […]
टूटे-फूटे ख़याल
सपने और यादें तेरी यादें कभी मेरे जहन से जाती ही नहींतेरे सपने मेरी आँखों से कभी टलते ही नहींमैं तो उलझ जाता हूँ ये यादें हैं, सपने हैं नहीं ख़ुशबू तेरी ख़ुशबू से महकता रुमाल मैं अपनी जेब में महसूस करता हूँजब याद आए तो खोल कर तेरी महक का अहसास करता हूँकोई पास […]
कुछ शेर
अर्सा (लंबा समय) हो गया , “बदले” का इंतज़ार करकेथके बदले ने भी अब, बदलने की ठान ली है गर्ज़ (जरूरत) है आपकी मुहब्बत काअर्ज़ (निवेदन) है आपकी इनायत का शिकायत है आपसे, मुहब्बत के इजहार (अभिव्यक्ति) काशुक्र है आपका, जनाज़े से पहले बताने का आपकी बातों से दिल गुनगुना हो जाता हैआपकी यादों से […]
ये शायरी क्या है
मैंने ग़ालिब से पूछा, “ग़ालिब ये शायरी किस बला का नाम है?”“ए नामुराद, क्यों मुझे यार के सपनों से जगाता है”मैं भी ज़िद्दी ठहरा—“ग़ालिब मुझ पर रहम कर, दिल की पुरानी ख़्वाहिश है”ग़ालिब जागे और अर्सों में पहली बार मुस्कराए और बोले—“शायरी बतलाने की चीज़ नहीं है, ये तो रूह से महसूस करने की ख़ता […]