Thus Spake Kabeer 16

Kabeerdaas ji is categorized as a saint but his thoughts and compositions are not confined to religion, spirituality, meditation and bhajans alone. He also deals with worldly life – the character and behaviour of individuals; practices (and malpractices) rampant in society; evils of caste system which divides people into ‘high’ and ‘low’ classes, etc. He […]
Life without Flavour

If you want to shine like a sun, first burn like a sun.
Thus Spake Kabeer 15

Kabeerdaas ji is categorized as a saint but his thoughts and compositions are not confined to religion, spirituality, meditation and bhajans alone. He also deals with worldly life – the character and behaviour of individuals; practices (and malpractices) rampant in society; evils of caste system which divides people into ‘high’ and ‘low’ classes, etc. He […]
कहत कबीर १६

गुरु कुम्हार सिख कुंभ है, गढ़ि गढ़ि काढ़े खोट । // काल करै सो आज कर, आज करै सो अब्ब । कबीरदास जी संत कहे जाते हैं, पर इनके विचारों और रचनाओं का क्षेत्र केवल धर्म, अध्यात्म, चिंतन और भजन नहीं है। उन्होंने सांसारिक जीवन — व्यक्ति के चरित्र और व्यवहार; समाज की प्रचलित प्रथाओं, […]
आज सोचा तो आँसू भर आए (२)
(“हँसते जख्म” के गाने आज सोचा तो आँसू भर आए की तर्ज़ पर ) मधुमेह से प्रभावित (Diabetic) व्यक्तियों के लिए आज सोचा तो आँसू भर आएमुद्दतें हो गयीं मीठा खाए रोज़ रोज़ मुझे ये तड़पाएनज़रों से और ख़ुशबू से रुलाए हाथ जैसे उठे उसको खानेहोश और हवास डगमगाए एक आख़िरी ख़्वाहिश है मेरीमुझको सपनों […]
कहत कबीर १५

ज्यों तिल माँहीं तेल है, चकमक माँहीं आगि । // ऐसी बानी बोलिए, मन का आपा खोय । कबीरदास जी संत कहे जाते हैं, पर इनके विचारों और रचनाओं का क्षेत्र केवल धर्म, अध्यात्म, चिंतन और भजन नहीं है। उन्होंने सांसारिक जीवन — व्यक्ति के चरित्र और व्यवहार; समाज की प्रचलित प्रथाओं, व्यवहारों और अंधविश्वासों; […]
Learning versus Thinking

He who learns, but does not think, is lost! He who thinks, but does not learn, is in great danger. — Confucius सीख बनाम सोच जो व्यक्ति सीखता तो है, मगर उस पर सोच विचार नहीं करता, उसका सीखा हुआ बेकार है । पर ज़्यादा बुरी हालत तो उसकी है, जो सोच विचार तो करता […]
कबीर दास जी से प्रेरित कुछ दोहे — ४

यह दोहे श्री अनूप जलोटा के गाये हुए “कबीर दोहे” की धुन पर सजते हैं चिंता तबहू कीजिये, गर चिंता से सुख होय चिंता को तज दीजिये, मन की शांति होय दान न बड़ा, न छोटा, गर उसमे नाम नहीं गर दान दे नाम माँगे, तो व्यापार है, दान नहीं कबीरा हांडी प्रेम की, कभी नहीं भर पाएप्रेम की इतनी […]
सुशीला की कहानी (३)

सुशीला की कहानी (३) राम बजाज दो वर्षों की कड़ी मेहनत और लगाव से पढ़ाई करने के बाद, अक्षय ने २०१७ में UPMSP (उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद्) से इंटरमीडिएट (१२ वीं) की परीक्षा पास कर ली । उसे Biology और Math में डिस्टिंक्शन मिले और पूरे प्रान्त में ५८ वां स्थान प्राप्त हुआ । […]
चैन की नींद
चैन की नींद मेरा सब कुछ लेले, बस चैन की नींद का रहम कर दौलत में चैन नहीं, इज़्ज़त में चैन नहीं रस्मों में चैन नहीं, रिवाजों में चैन नहीं दुनिया में चैन नहीं, दुनिया से दूर चैन नहीं सब लेले, बस चैन की नींद का रहम कर साक़ी की नज़र ने मस्त कर डाला […]